॥दोहा॥
जय पार्वती माता, शिव प्रिय भवानी।
जो पढ़े श्रद्धा से चालीसा, पावे जीवन में शक्ति, सुख और मंगल सभी॥
जय पार्वती माता, शिव प्रिय भवानी।
जो पढ़े श्रद्धा से चालीसा, पावे जीवन में शक्ति, सुख और मंगल सभी॥
जय पार्वती माता, सदा शिव संग निवास करें।
भक्तजन को आशीर्वाद दें, संकट और दोष दूर करें॥
संपत्ति, स्वास्थ्य और परिवार सुख प्रदान करें।
जो पाठ करे भक्ति भाव से, पावे माता कृपा सभी॥
संकट और कष्ट मिटाएं, जीवन में उजाला करें।
भक्तजन पर कृपा करें, ज्ञान और शक्ति बढ़ाएं॥
जो पाठ करे दिन-रात, पावे सुरक्षा, सुख और मंगल सभी।
माता पार्वती भक्तजन की रक्षा करें, जीवन सफल बनाए॥
जो पाठ करे श्रद्धा भाव से, पावे माता कृपा सभी।
संकट, रोग और भय दूर करें, भक्तजन जीवन में सुख-शांति पाए।
शक्ति, आशीर्वाद और भक्ति दें, जीवन में सफलता लाएं॥
जय पार्वती माता, जय पार्वती माता, भक्तजन की रक्षक।
जो पाठ करे प्रेम-भक्ति से, पावे जीवन सुख-समृद्धि सभी॥
॥दोहा (समाप्ति)॥
जय पार्वती माता, शिव प्रिय भवानी।
जो पढ़े श्रद्धा भाव से चालीसा, पावे जीवन में शक्ति, सुख और मंगल सभी॥
जय पार्वती माता, शिव प्रिय भवानी।
जो पढ़े श्रद्धा भाव से चालीसा, पावे जीवन में शक्ति, सुख और मंगल सभी॥